छत्तीसगढ़ शासन के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने पर दिनांक 09.12.2024 से 20.12.2024 तक कार्यक्रम किया जाना है।

खास खबर🔥🔥🔥🔥

 

छत्तीसगढ़ शासन के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने पर दिनांक 09.12.2024 से 20.12.2024 तक कार्यक्रम किया जाना है।

छत्तीसगढ़ सरकार के गठन का 01 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रत्येक वन प्रबंधन समिति में “वन चौपाल, पौधा वितरण (वृक्षारोपण), वन मितान जागृति एवं वनमंडल स्तर पर संगोष्ठी” का आयोजन कर वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन सामान्य तक पहुंचाने हेतु निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित करें :-

दिनांक 09.12.2024 से 11.12.2024 तक “वन चौपाल”

 

वन विभाग अंतर्गत कार्यरत वन प्रबंधन समिति, जैव विविधता प्रबंधन समिति, स्व सहायता समूह एवं अन्य वन हितग्राहियों की उपस्थिति में वन चौपाल कार्यक्रम आयोजित कर निम्नानुसार “सुशासन की एक वर्ष की उपलब्धि” की जानकारी दिया जावें

शासन की उपलब्धियां :-

 

1. तेंन्दूपत्ता संग्राहकों को प्रति मानक बोरा राशि 4000 से बढ़ाकर 5500 रूपये का वितरण की जा रही है।

 

2. किसान वृक्ष मित्र योजना अंतर्गत इच्छुक कृषक को 05 एकड़ तक की भूमि पर निःशुल्क 5000 पौधे लगाकर देने का प्रावधान है। (इस योजनातंर्गत अबतक लगभग 29,077 कृषकों के 43,955.13 एकड़ भूमि में 2,82,35,894 पौधे लगाये गये हैं।)

 

3. वन प्रबंधन समितियों के खाते में उपलब्ध राशि के माध्यम से व्यक्ति विकास, सशक्तिकरण एवं रोजगार मूलक कार्य हेतु राशि दी जायेगी।

 

4. वन क्षेत्र के हितग्राहियों को पात्रतानुसार वन अधिकार पत्रों का वितरण किया जा रहा है।

 

5. वन प्रबंधन समिति एवं वन प्रबंधन समिति अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों को व्यक्तिगत आय सृजन / रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने हेतु चक्रीय निधि के माध्यम से 4 प्रतिशत ब्याज दर से ऋण दिया जा रहा है।एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधों लगाने हेतु जागरूकता अभियान की चलाया जा रहा है।

 

7. वन प्रबंधन समितियों एवं समस्त ग्रामवासियों द्वारा मानव-हाथी द्वंद को रोकने संबंधी सुझाव प्राप्त करें एवं हिंसक वन्यप्राणियों यथा शेर, तेंदुआ, भालू, लकड़बग्घा, भेड़िया, जंगली सुअर, गौर, जंगली हाथी, जंगली कुत्ता, मगरमच्छ, घड़ियाल, वन भैसा एवं सियार के द्वारा क्षति पहुंचाने की दशा में वन विभाग द्वारा दी जा रही क्षतिपूर्ति मुआवजा राशि जैसे :-

 

• जनहानि (मृत्यु होने पर) 6,00,000/- मुआवजा राशि

 

• स्थायी रूप से अपंग होने पर 2,00,000/- मुआवजा राशि

 

• जनघायल होने पर 59,100/- (अधिकतम सीमा तक) मुआवजा राशि

 

पशु हानि होने पर 30,000/- (अधिकतम सीमा तक) मुआवजा राशि

 

• फसल हानि होने पर 9,000/- (प्रति एकड़) मुआवजा राशि

 

• पूर्व दर में बढ़ोत्तरी करते हुए मकान क्षति होने पर सामान्य क्षेत्र के पक्का/कच्चा मकान में 25 प्रतिशत पर 30,000/-, 50 प्रतिशत पर 60,000/-, 75 प्रतिशत पर 90,000/-, 100 प्रतिशत पर 120,000/-

 

• पूर्व दर में बढ़ोत्तरी करते हुए मकान क्षति होने पर पहाड़ी क्षेत्र के पक्का/कच्चा मकान में 25 प्रतिशत पर 32,500/-, 50 प्रतिशत पर 65,000/-, 75 प्रतिशत पर 97,500/-, 100 प्रतिशत पर 130,000/-

 

• पूर्व दर में बढ़ोत्तरी करते हुए आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त (15 प्रतिशत) पक्का मकान के लिए 6,500/- कच्चा मकान के लिए 4,000/-, झोपड़ियों के क्षतिग्रस्त होने पर एकमुश्त 8,000/- तथा घर से जुड़ा पशु शेड पर 3,000/- तक की मुआवजा की जानकारी दी जावें।

 

8. लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं विपणन के माध्यम से कोदो, कुटकी, रागी, लाख, शहद तथा अन्य लघु वनोपज उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है।दिनांक 12.12.2024 से 17.12.2024 तक “पौधा वितरण, वृक्षारोपण”

 

समस्त वन प्रबंधन समिति के सदस्यों की उपस्थिति नर्सरी में उपलब्ध फलदार पौधों का वितरण तथा प्रत्येक ग्रामों के किसानों की बाड़ी में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित करें। (इसके आयोजन हेतु अलग से कोई बजट उपलब्ध नहीं कराया जावेगा। वन प्रबंधन समिति के खाते में प्रचार-प्रसार एवं जागृति विकास योजना मद अंतर्गत दी गई राशि का उपयोग किया जावेगा।)

 

दिनांक 18.12.2024 को “वन मितान, जागृति”

 

शासकीय स्कूलों के छात्र/छात्राओं के लिए एक दिवस का वन मितान “जागृति” कार्यक्रम आयोजित किया जावें। इस कार्यक्रम में (कक्षा 06 से 12 तक) विद्यार्थियों को वन चेतना केन्द्र का भ्रमण कराते हुए जैव-विविधता एवं वानिकी कार्यों की जानकारी, वनों की सुंदरता, पेड़, पौधों, वनस्पतियों की जानकारी, जीव-जंतुओं, पशु, पक्षियों की पहचान /आवास, मृदाओं के प्रकार तथा उपयोगिता, पारिस्थितिकीय तंत्र, खाद्य श्रृंखला जैसे विभिन्न प्रकार की जानकारी दी जावें। इस हेतु कैम्पा प्रभाग द्वारा बजट उपलब्ध कराया जावेगा।

 

दिनांक 20.12.2024 को “वन संगोष्ठी”

 

वनमंडल स्तर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया जावें, जिसमें किसान वृक्ष मित्र योजना के हितग्राही, टिम्बर व्यापारियों, लघु वनोपज के व्यापारियों, वन प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष तथा लघु वनोपज संघ के अध्यक्षों सहित सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारियों को आमंत्रित कर विभाग द्वारा नवाचार के कार्य जैसे ई-ऑक्शन, जेम पोर्टल, ई-कुबेर प्रणाली जिसके माध्यम से समस्त हितग्राहियों को सीधा लाभ पहुंचाये जाने की जानकारी प्रदान करें। साथ ही सेवानिवृत्त अधिकारियों के पेंशन प्रकरण, दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों को अनुकपा नियुक्ति सहित अन्य कर्मचारी प्रकरणों का निराकरण की जानकारी दी जावें।

 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129